चक्रवाती तूफ़ान ‘दित्वाह’ की चपेट में आए श्रीलंका में मूसलाधार बारिश, बाढ़, और भूस्खलन की घटनाओं में जान-माल की भीषण हानि हुई है, और अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत होने व सैकड़ों के लापता होने का समाचार है. मानवीय सहायता मामलों में समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) ने इसे पिछले दो दशकों में श्रीलंका की सबसे गम्भीर बाढ़ आपदाओं में बताया है. यूएन एजेंसियाँ, तूफ़ान प्रभावित इलाक़ों में स्थानीय प्रशासन व साझेदार संगठनों के साथ मिलकर बचाव एवं राहत अभियान में जुट गई हैं.