
देश के अलग-अलग हिस्सों से इन दिनों रेलवे ट्रैक को बाधित करने की लगातार घटनाएं आ रही है। ऐसी घटना यूपी में सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। पिछले दिनों तो कानपुर में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर तक रख दिया गया था। इस बीच उत्तराखंड से एक और नया मामला सामने आया है। यहां रुद्रपुर में रेलवे ट्रैक पर ऐसा सामान रखा मिला कि जिससे हड़कंप मच गया। हालांकि, ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।
इस बार बिलासपुर और रुद्रपुर सिटी के बीच दून एक्सप्रेस को पटरी से उतारने का प्रयास किया गया। बिलासपुर में उत्तराखंड बॉर्डर से सटी कॉलोनी के पीछे से गुजर रही रेलवे लाइन पर ट्रेन को पलटाने की बड़ी साजिश को लोको पायलट ने अपनी सूझबूझ से नाकाम कर दिया। ट्रेन नंबर-12091 के लोको पायलट को ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा मिला है। ड्राइवर ने ट्रेन रोककर ट्रैक साफ किया और फिर ट्रेन को सुरक्षित रूप से निकाला।
रेलवे ट्रैक पर मिला 6 मीटर लंबा लोहा
घटना के संबंध में भारतीय रेलवे ने बताया कि ट्रेन संख्या 12091 के लोको पायलट ने रुद्रपुर सिटी के स्टेशन मास्टर को सूचना दी कि उन्हें बिलासपुर रोड और रुद्रपुर सिटी के बीच किमी 43/10-11 पर ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा मिला है। ड्राइवर ने ट्रेन रोकी, ट्रैक साफ किया और फिर ट्रेन को सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ाया।
लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा
ट्रेन खंभे तक पहुंचती उससे पहले ही लोको पायलट की नजर पटरी पर रखे लंबा लोहे पर पड़ गई और उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। जिसके बाद उसने मामले की सूचना जीआरपी को दी। घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी और पुलिसबल के जवान मौके पर पहुंचे और रेलवे ट्रेक को साफ कराया। जिसके बाद ट्रेन वहां से गुजरी। घटना बुधवार रात की बताई जा रही है।
कौन रच रहा है रेलवे को दहलाने की साजिश?
बता दें कि यह पहला मामला नहीं जब ट्रैक पर ऐसे आपत्तिजनक समान रखा मिला हो, इससे पहले भी रेलवे ट्रैक पर बारूद, पेट्रोल, सिलेंडर समेत कई सामान मिल चुके हैं। रेलवे इन सभी मामलों की जांच कर रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन है जो भारतीय रेलवे को दहलाना चाह रहा है? रेलवे के तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि आतंकी कनेक्शन से लेकर हर एंग्ल से मामले की जांच की जा रही है, मगर अब तक जांच में कुछ खुलासे हुए नहीं है।
पटरी पर रखे थे एलपीजी सिलेंडर
इन घटनाओं में रेल परिचालन को बाधित करने के इरादे से पटरी पर जानबूझकर भारी वस्तु को रखा जा रहा है। पिछले महीने अहमदाबाद जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के 20 डिब्बे 17 अगस्त को झांसी रेल मंडल के कानपुर और भीमसेन जंक्शन के बीच पटरी से उतर गए थे। इससे पहले सितंबर के ही महीने में कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी, सतर्क लोको पायलट की मदद से बड़ा ट्रेन हादसा टल गया, क्योंकि यहां भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद रोक दिया गया। घटनास्थल पर पेट्रोल की एक बोतल और माचिस की डिब्बियां भी मिलीं थी।
यह भी पढ़ें: iphone 16 की बिक्री शुरू, खरीदारी के लिए एप्पल स्टोर के बाहर मारामारी