राघवेंद्र पांडेय
UP by-election: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी सभी सीटों पर जीत का दावा कर रही है वही विपक्ष के अपनी जीते के दावे हैं। इसी बीच सूत्रों के मुताबिक खबर आ रही है कि NDA में उपचुनाव को लेकर पेंच फंस गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने उपचुनावों में पार्टी के लिए एक सीट की मांग की है, जिसे बीजेपी देना नहीं चाहती है। सीट बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने के लिए दिल्ली में बैठक है जिसके लिए भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, संगठन महामंत्री धरमपाल दिल्ली मौजूद हैं। केशव प्रसाद मौर्य भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। दिल्ली में बैठक के बाद ही तय होगा कि भाजपा कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
चुनाव आयोग ने किया 9 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों में से 9 सीटों पर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। जिन 9 सीटों पर 13 नवंबर को चुनाव का ऐलान किया गया है उनमें मैनपुरी की करहल सीट, कानपुर की सीसामऊ सीट, प्रयागराज की फूलपुर सीट, अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट, मिर्जापुर की मांझवा सीट, अलीगढ़ की खैर सीट, गाजियाबाद की सदर सीट, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट औक मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट शामिल है। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि राज्य की जिन 10 सीटों पर चुनाव होना है उनमें से 5 पर समाजवादी पार्टी, 3 भारतीय जनता पार्टी, एक निषाद पार्टी और एक सीट राष्ट्रीय लोकदल ने जीती थी।
क्यों हो रहे हैं यूपी में उपचुनाव?
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल है। मगर मिल्कीपुर सीट पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है। 10 में से नौ सीटें इसी साल जून में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में इनके विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं। वहीं, सीसामऊ सीट पर सपा विधायक इरफान सोलंकी को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराये जाने के चलते उनकी सदस्यता रद्द किये जाने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं।
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