
दिल्ली की एक अदालत ने 14 वर्षीय किशोरी से बलात्कार के मामले में एक व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और कहा कि इस अपराध के लिए कठोर सजा की ही दरकार थी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश बबीता पुनिया ने, ‘‘बच्चों को जघन्य अपराधों से बचाने में समाज के हित’’ को ध्यान में रखते हुए, व्यक्ति