Ratan Tata’s Will: रतन टाटा साल 1990 से 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे। अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक वह अंतरिम चेयरमैन थे। वह, टाटा ग्रुप के चैरिटेबल ट्रस्ट्स के प्रमुख भी थे। वसीयत के हिसाब से रतन टाटा ने संपत्ति के बंटवारे का जिम्मा अपनी सौतेली बहनों शिरीन और डायना जीजीभॉय के साथ-साथ वकील दारायस खंबाटा और अपने करीबी दोस्त मेहली मिस्त्री को दिया है