
नई दिल्ली. 1990,1996,और 2007 में भारत का इंग्लैंड दौरा कवर चुके वरिष्ठ पत्रकार अयाज मेमन का मानना है कि शुभमन गिल के लिए इस दौरे पर खुद रन बनाना और बाकी बल्लेबाजों से रन बनवाना दोनों बातें बहुत चैलेंजिंग होने वाली है. न्यूज 18 हिंदी से बात करते हुए अयाज ने कहा कि 2007 में टीम इंडिया इस लिए इंग्लैंड में जीत पाई क्योंकि बल्लेबाजों ने स्कोरबोर्ड पर हर बार रन लगाया जिससे गेंदबाजों को दबाव बनाने का मौका मिला. 2007 की जीत के हीरो रहे जहीर खान से अर्शदीप सिंह काफी कुछ सीख सकते है और उनका रोल इस सीरीज में बड़ा होगा. भारतीय गेंदबाजों पर बात करते हुए अयाज ने कहा कि इंग्लैंड की बेजबॉल रणनीति निश्चित रूप से दबाव बनाएगी और ऐसे में जसप्रीत बुमराह कैसे गेंदबाजी करते है काफी हद तक उनका रोल बहुत अहम होगा. अयाज ने आगे कहा कि इंग्लैंड में मौसम का रोल बहुत अहम होता है और कप्तान जो फैसला ले वो पूरे दिन की भविष्यवाणी को जेहन में लेकर करें तो अच्छा रहेगा.