शमी के शुरुआती दिनों से ही उन्हें कोचिंग देने वाले बदरुद्दीन का मानना है कि कहानी में कुछ और भी है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “वे उन्हें नज़रअंदाज़ कर रहे हैं, यह साफ़ है. मुझे कोई और वजह समझ नहीं आती. “जब कोई खिलाड़ी टेस्ट स्तर का क्रिकेट खेल रहा हो और दो मैचों में 15 विकेट ले रहा हो, तो वह कहीं से भी अनफिट नहीं दिखता. चयनकर्ता बस उसे नज़रअंदाज़ कर रहे हैं