BJP MLA Balmukund Acharya on Waqf Board Controversy: देश में वक्फ बोर्ड एक्ट को लेकर छिड़ी बहस के बीच अब राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी के विधायक बालमुकुंद आचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा की वक्फ बोर्ड जहां मन में आए वहां अपनी संपत्ति घोषित कर देता है। इन सब विषयों की जांच होनी चाहिए मेरा मानना है कि ये एक तरह का लैंड जिहाद है। पूरे देश में चल रहे इस विवाद की असल वजह वक्फ बोर्ड के दावों वालों संपत्ति अनिवार्य सत्यापन और उसमें पारदर्शिता का मसला है, लेकिन मुसलमान इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इसी बीच सनातन बोर्ड की मांग उठने लगी है।
राजस्थान के जयपुर में हवा महल विधानसभा क्षेत्र से विधायक बालमुकुंद आचार्य ने वक्फ बोर्ड एक्ट को लेकर अपनी राय देते हुए आगे कहा, ‘हिंदुस्तान के अलग-अलग हिस्सों में इसी तरीके का लैंड जिहाद हो रहा है। जयपुर में भी कई संपत्तियां ऐसी हैं जो वक्फ बोर्ड के लैंड जिहाद में शामिल हो चुकी। मेरा मानना है अब समय आ चुका है जैसे वक्फ बोर्ड हैं ऐसे ही सनातन बोर्ड की घोषणा होनी चाहिए।’ इसके पहले प्रख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी वक्फ बोर्ड को लेकर एक सनातन बोर्ड के गठन की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर देश में वक्फ बोर्ड रहेगा तो सनातन बोर्ड का निर्माण भी करना होगा।
वक्फ बोर्ड मामले पर कथावाचक देवकीनंदन की मांग
वक्फ बोर्ड के मसले पर देश के मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ने कहा कि अगर मुसलमानों के लिए वक्फ बोर्ड बना है तो फिर हिन्दुओं के लिए सनातन बोर्ड भी अनिवार्य होना चाहिए। इसके साथ ही देवकीनंदन ठाकुर ने आगे कहा कि जितनी जमीन अभी तक वक्फ बोर्ड ने हथिया कर रखी है, उतनी ही जमीन सनातन बोर्ड को भी देनी होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि देश के संसद और एयरपोर्ट की जमीनें वक्फ बोर्ड की होने का दावा किया जा रहा है। हालात ऐसे रहे तो 10-12 साल बाद पूरे देश पर वक्फ बोर्ड अपना हक जताएगा। उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड के मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों को जवाब देना होगा और समर्थन करना होगा।
वक्फ बोर्ड मुद्दे पर देवकीनंदन को मिला बृजभूषण सिंह का साथ
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर की सनातन बोर्ड बनाने की मांग का भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि देवकीनंदन ठाकुर की बात जायज है, सबका बन रहा है तो बनने दीजिए, हमें तो नहीं लगता इसमें दिक्कत है। देवकीनंदन ठाकुर के अलावा कई साधु-संत भी सनातन बोर्ड की मांग उठा चुके हैं। देश भर में सनातन बोर्ड तो लेकर लोगों के बीच बहस शुरू हो चुकी है।
JPC के पास है वक्फ बोर्ड एक्ट
केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड एक्ट में बदलाव करने की दिशा में भी कदम उठाए, लेकिन मामला संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के पास अटका है। विधेयक की जांच करने वाली समिति में लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 सदस्य हैं। सरकार ने संसद के बजट सत्र में विधेयक पेश किया था और आगे की जांच के लिए इस विधेयक को जेपीसी को भेजने का निर्णय लिया गया था। केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम 1995 में प्रस्तावित संशोधन लेकर आई, जिसे वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के रूप में रखा है। वक्फ (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्डों में जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाना है, जिसमें महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना भी शामिल है।