
फ़्राँस के तटीय शहर नीस में आयोजित तीसरे संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन के मंच से महासागर संरक्षण और उनके सतत उपयोग के लिए वैश्विक कार्रवाई में तेज़ी लाने के लिए आवाज़ बुलन्द की गई है. पृथ्वी पर जीवन को पोषित करने वाले ये महासागर, प्लास्टिक, ज़हरीले रसायनों और जलवायु परिवर्तन के घातक असर से जूझ रहे हैं. बढ़ते तापमान और अम्लता ने समुद्री जैव विविधता को संकट में डाल दिया है. मगर, संरक्षण उपाय सम्भव हैं. प्रवाल भित्तियों (coral reefs) की बहाली, वैज्ञानिक नवाचारी समाधानों, पर्यावरणीय नियामन व्यवस्था और अन्तरराष्ट्रीय सहयोग के ज़रिए महासागर की सेहत को फिर से बेहतर बनाया जा सकता है…(वीडियो)