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भारतीय राजनीति में जब भी बड़े संगठनकर्ता नेताओं की चर्चा होती है तो आडवाणी का नाम जरूर आता है। बात 1995 की है। उस वक्त मुंबई के ही शिवाजी पार्क में बीजेपी का पूर्ण अधिवेशन था। देशभर से बीजेपी के करीब एक लाख बीस हजार कार्यकर्ता और नेता मुंबई में जुटे थे। यह बैठक लोकसभा चुनाव से पहले हुई थी