विश्व भर में 1.7 अरब लोग ऐसे इलाक़ों में रह रहे हैं, जहाँ मानव गतिविधियों की वजह से भूमि क्षरण का शिकार हो रही है, उसकी गुणवत्ता में कमी आ रही है, और जिससे फ़सलों की पैदावार 10 फ़ीसदी तक लुढ़क गई है. यूएन खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने इसे एक ऐसा ख़ामोश संकट बताया है, जिससे कृषि उत्पादकता को ठेस पहुँची है और पारिस्थितिकी तंत्र की सेहत बिखर रही है.