(खबरें अब आसान भाषा में)
कथित तौर पर उनकी अर्जी पर वर्तमान में रूसी अधिकारी विचार-विमर्श कर रहे हैं। देश में विद्रोही समूहों की ओर से तेजी से सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा करने के बाद बशर अल-असद देश छोड़कर रूस चले गए। लंबे समय तक असद के सहयोगी रहे रूस ने आखिरकर उन्हें और उनके परिवार को “मानवीय आधार” पर शरण दी