
Yogi Adityanath Vijayadashami Puja: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर की भूमिका में दिखाई दिए, उन्होंने दंडाधिकारी की भूमिका निभाई। योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में दंडाधिकारी के रूप में अपना तिलकोत्सव कराया।
इस अवसर पर देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तिलक लगाया, दक्षिणा भेंट की और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण भी किया, जो इस प्राचीन परंपरा का खास हिस्सा होता है।
हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने लिया भाग
तिलकोत्सव कार्यक्रम आज (12 अक्टूबर) दोपहर 1:00 बजे शुरू हुआ और इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यह खास कार्यक्रम लगभग 3:00 बजे समाप्त हुआ, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरु गोरखनाथ के दर्शन कर और शोभायात्रा के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इस शोभायात्रा की अवधि लगभग 2 घंटे की होगी, जिसके बाद मुख्यमंत्री वापस गोरखनाथ मंदिर लौटेंगे।
CM योगी ने गोरखपुर मंदिर में की पूजा अर्चना
योगी आदित्यनाथ ने इस खास अवसर पर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘श्री गोरक्षनाथो विजयतेतराम!’ और विजयादशमी पर गोरखनाथ मंदिर में देव विग्रहों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर लोक-मंगल की कामना की।
पारंपरिक वेश में किया श्रीनाथ जी का पूजन
सीएम योगी ने पोस्ट में लिखा- ‘ॐ नमो भगवते गोरक्षनाथाय!, विजयादशमी के पावन अवसर पर आज गोरखनाथ मंदिर में श्री गोरक्षपीठ की परंपरानुसार शिवावतारी महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ जी का विशिष्ट पूजन किया। श्रीनाथ जी की कृपा सभी पर बनी रहे, सभी का कल्याण हो!
नाथपंथ की परंपरा के बारे में भी जाने
गोरक्षपीठ में विजयादशमी के दिन यहां संतों की अदालत लगने की परंपरा है। इसमें दंडाधिकारी की भूमिका में गोरक्षपीठाधीश्वर रहते हैं। नाथपंथ की परंपरा के अनुसार, हर साल विजयदशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर द्वारा संतों के विवादों को निपटाते है। सीएम योगी गोरक्षपीठाधीश्वर के साथ-साथ नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष भी हैं। इसी पद पर वह दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं।
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