
प्रशान्त महासागर क्षेत्र में स्थित द्वीपीय देश, जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली बर्बादी से पृथ्वी को बचाने के रास्ते दर्शा रहे हैं, और अब दुनिया को उनकी मदद के लिए अपना समर्थन बढ़ाने की दरकार है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने टोंगा में प्रशान्त द्वीपीय फ़ोरम के उदघाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.