
फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNRWA) के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने क्षोभ जताया है कि उनके संगठन पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए सोमवार को इसराइली संसद में पारित किया गया विधेयक, यूएन चार्टर के सिद्धान्तों का उल्लंघन है. यूएन के शीर्ष अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इससे एक ख़तरनाक मिसाल क़ायम होती है और यदि इस क़ानून को लागू किया गया तो UNRWA के लिए, क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े में अपना अति-आवश्यक कार्य जारी रखने में रुकावटें पैदा हो जाएंगी.